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दिवाली ऑफर –40 % छूट के साथ पाएं अपनी वेबसाइट, LIPA द्वारा बनाई वेबसाइट करती है DAVP का क्राइटेरिया पूरा
· 40% छूट के साथ अपने अखबार के लिए बनवाइये डायनेमिक वेबसाइट
· DAVP ने शुरू किया वेबसाइट इम्पैनलमेंट
· एक साल पुरानी वेबसाइट कर सकती हैं आवेदन
· LIPA द्वारा बनाई गई वेबसाइट करती है DAVP क्राइटेरिया पूरा
· 2015 में 10 करोड़ इंटरनेट यूजर्स बढ़े थे: सुन्दर पिचई, सीईओ गूगल
· Online एड की दुनिया में करिये प्रवेश
· मिशन वेबसाइट: 2017 तक होंगे हमारे सभी सदस्य डिजिटल
देश डिजिटलाइजेशन की ओर तेजी से बढ़ रहा है। रीजनल मीडिया के हालात भी अब दस्तक दे रहे हैं कि उसे जल्द से जल्द ऑनलाइन माध्यम पर अपनी पकड़ बना लेनी चाहिये। DAVP ने इस साल से वेबसाइट का एम्पैनलमेंट शुरू कर दिया है। इसके लिये आवेदन मंगाये जा रहे हैं। लीपा द्वारा बनाई गई वेबसाइट के डीएवीपी इम्पैनलमेंट का सभी क्राइटेरिया पूरा करती है।
लीपा ने 2017 तक अपने हर सदस्य के अखबार को ऑनलाइन लाने का मिशन बनाया है, ताकि सभी इस अति तेज और अति सस्ते माध्यम से अपने अखबार को पहचान दिला सकें।
लीपा के इस मिशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का "डिजिटल इंडिया" और दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल लीपा के मिशन में अपरोक्ष रूप से सहयोगी की भूमिका निभा रहे हैं। गूगल के सीईओ की इस बात से आप इस बात का अन्दाजा लगा सकते हैं।
गूगल के सीईओ सुन्दर पिचई ने प्रधानमंत्री की गूगलप्लेक्स यात्रा के दौरान कहा कि पिछले साल, भारत में 10 करोड़ लोगों ने पहली बार इंटरनेट उपयोग शुरू किया है। इसका मतलब यह है कि भारत में अब चीन को छोड़ कर हर देश से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं। पर चौंकाने वाली बात ये है की भारत में अभी भी 100 करोड़ से ज़्यादा लोग ऑनलाइन आने बाकी हैं।
यह एक शुभ संकेत है, वेबसाइट के माध्यम से अब कोई भी प्रकाशक अपने अखबार को अपने लिमिटेड सर्कुलेशन होने के बावजूद देश दुनिया के कोने-कोने में पहुंचा सकता है। लेकिन अपने अखबार को वेबसाइट पर लाने में अभी भी रीजनल मीडिया के प्रकाशकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आर्थिक संकट उसमे सबसे विशाल है।
वेबसाइट की ताकत
· कम खर्च में ज्यादा पहचान
· वीडियो न्यूज देना हुआ आसान
हाल ही में एक निजि चैनल ने अपनी वर्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसके टीवी मीडिया के सभी वेंचर्स भारी घाटे में रहे सिवाय उनकी वेबसाइट के। उस चैनल की वैबसाइट ने ना केवल ऑंनलाइन रीडरशिप बढ़ाई बल्कि रिवेन्यू में खरा मुनाफा दिया।
अब दिपावली के शुभ अवसर पर आप 40 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ अपने अखबार की वेबसाइट बनवा सकते हैं।
Diwali Offer Get 40% Discount
Layout | Price | After Offer Price | Total Discount |
Diamond | 15000 | 9000 | 6000 |
Platinum | 12000 | 7200 | 4800 |
Gold | 9000 | 5400 | 3600 |
Silver | 8000 | 4800 | 3200 |
M-Standard | 7000 | 4200 | 2800 |
Standard | 7000 | 4200 | 2800 |
M-Starter | 6000 | 3600 | 2400 |
Starter | 6000 | 3600 | 2400 |
डिजाइन देखने के लिये यहां क्लिक करें
आपके सामने वेबसाइट्स के डिजाइन की एक विंडो खुलेगी। यहां आप फीचर पर क्लिक करके वेबसाइट की खासियतें देख सकते हैं, और लाइव डेमो पर क्लिक करके उस वेबसाइट का लुक देख सकते हैं।
डिजाइन पसन्द आने पर आप अपने अखबार के लिये वेबसाइट बुक करा सकते हैं। बुकिंग के लिये पांच महत्वपूर्ण जानकारी आपको देनी होंगी।
1- प्रकाशक का नाम (जिनके नाम पर वेबसाइट बुक करनी हो)
2- डोमेन नेम/अखबार का नाम
3- ई-मेल आईडी (जिस पर वेबसाइट सम्बन्धी सभी जानकारी शेयर की जा सकें।
4- सम्पर्क सूत्र
5- पता (ऑफिस या निवास, जहां आपको सभी सूचनाये पहुंच जाती हो।
इसके अलावा डिजाइनिंग के लिये 3 अन्य जानकारियां भी साथ मे भेजनी होंगी।
1- प्रकाशक का फोटो
2- अखबार का पीडीएफ
3- अखबार का लोगो / वेबसाईट टाईटल
भुगतान: डिजाइन के लिये लिये आप चैक, कैश, डीडी, ऐरटेल मनी, आदि के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। भुगतान करने के लिये - एकाउंट नेम- लीड इंडिया, एकाउंट नम्बर32567097919, SBI, Bank, Madhuban, Delhi, IFSC Codesbin0010269.
रिन्यूअल: वेबसाइट का साल में एक बार रिन्यूअल कराना अनिवार्य होता है। वेबसाइट बन जाने के बाद आप साल भर तक बिना किसी अतिरिक्त खर्च के अपनी ई-मैग्जीन या ई-पेपर, न्यूज़, फोटो गलैरी, वेडियो अपडेट कर सकते हैं। स्टार्टर, स्टैंडर्ड, एम. स्टार्टर, एम. स्टैंडर्ड, सिलवर, गोल्ड, तक के डिजाइन का रिन्यूअल रूपये 2000 और प्लैटिनम,डायमंड वेबसाइट के रिन्यूअल के लिये 3000 वार्षिक शुल्क होता है।
डिजाइनिंग प्रोसेस: डेट ऑफ पेयमेंट से 20 वर्किंग दिन में वेबसाइट की डिजाइनिंग की जाती है। उसके बाद वेबसाइट लीपा को डिलीवर की जाती है। डिलीवर होने के बाद अब आप अपनी वेबसाइट को ध्यान से देंखे, यदि कोई भी चेंज कराना है तो उसे टिकट सिस्टम के माध्यम से टेक्निकल टीम तक पहुंचा दें। इसी टिकट के माध्यम से टेक टीम सुधार करके आपको ट्रेनिंग मैटेरियल और ट्रेनिंग प्रदान करेगी।
कैसे करें टिकट क्रिएट: सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि आखिर मेल को छोड़ कर टिकट क्यों क्रिएट करें,असल में ये लीपा का टेक्निकल हेल्प सिस्टम है जिसके माध्यम से आप वेबसाइट डिजाइनिंग कम्पनी को अपनी वेबसाइट सम्बन्धी परिवर्तन, सुझाव, और डेटा देते हैं। टिकट सिस्टम ना सिर्फ एक सरल प्रक्रिया है बल्कि बेहद विश्वसनीय भी, यहां लिखे गये टेक्स्ट का पूरा रिकार्ड रहता है जो वेबसाइट के इश्यू समझने में हेल्प करते हैं।
लीपा "वेब मिशन" एक परिचय
हमें बताते हुये बहुत प्रसन्नता हो रही है कि लीड इंडिया का "मिशन वेबसाइट" चलते हुए नवम्बर में 6 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। लीपा ने पहली वेबसाइट नवम्बर 2011 में डिलीवर की थी। इस अवधि में लीपा करीब 1000 से ऊपर अखबारों की वेबसाइट बना चुकी है। अभी यह कार्य तब तक चलता रहेगा जब लीपा का एक भी सदस्य दुनिया के सबसे तेज माध्यम यानी वेबसाइट से वंचित है।
लीपा ने पब्लिशर्स की सहायता के लिये छ: कार्य निर्धारित किये थे उनमें एक तकनीकी सहायता भी था। "मिशन वेबसाइट" तकनीकी सहायता का विस्तार है। वेब मीडिया भविष्य का सबसे सशक्त माध्यम है लेकिन फिर भी बहुत से कारणों के चलते रीजनल मीडिया के बहुत से प्रकाशक इस का लाभ नहीं ले पा रहे थे। लीपा ने मिशन वेबसाइट एक और वजह से शुरू किया था, रीजनल मीडिया के पास डीएवीपी के अलावा आर्थिक सहायता का कोई विकल्प नहीं था। लीड इंडिया पब्लिशर्स एसोसिएशन ने इस विकल्प को तैयार करने के लिये "मिशन वेबसाइट" शुरू किया। वेबसाइट के माध्यम से स्थानीय अखबारों ने अपनी राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय पहचान बनाना शुरू कर दिया है।
इतना ही नहीं वेबसाइट के माध्यम से अखबारों ने ना सिर्फ तथाकथित बड़ॆ मीडिया के एकाधिकार बन चुके ऑनलाइन विज्ञापन के क्षेत्र में दस्तक दे दी है बल्कि वीडियो कवरेज के माध्यम से टीवी मीडिया को भी कम्पटीशन देना शुरु कर दिया है। रीजनल मीडिया जो केवल कुछ हजार या कुछ सौ की संख्या में सिमटा होता है, लेकिन उसकी खबरों में दम होता है, उसके लिये वीडियो कवरेज और वीडियो इंटरव्यू के माध्यम से देश भर में पहुंच और विज्ञापन का एक नया आयाम खुला है।
कल्पना किजिये किसी एक छोटे शहर में कोई बड़ी घटना हो जाये और उसे सबसे पहले स्थानीय अखबार वीडियो कवरेज के साथ अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करे तो आज भी टीवी मीडिया इतना फैला नहीं है कि उसे हर शहर का विजुअल मिले सो फलस्वरूप उसे विजुअल खबर के फैक्ट और फोटो आपकी वेबसाइट के माध्यम से लेने पडेंगे। अपनी वेबसाइट के माध्यम से खबर को सबसे पहले शेयर करके स्थानीय अखबार अपनी अलग पहचान बना सकता है।
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